देश के अन्य विभागो के अलावा आज भी रेलवे की कार्यशैली सबसे अलग है।इस विभाग के अधिकारी से लगायत कर्मचारी अपनी-अपनी जिम्मेदारी पर की कसौटी पर खरा उतरा नजर आते है। ऐसे ही एक दिलचस्प मामला देखने व सुनने मिला है।जहा चलती ट्रेन मे यात्रा कर रही महिला अपनी प्रशव पीड़ा से तड़प रही थी।उसी दौरान उसके परिजन इसकी जानकारी रेलवे को दी।उसे तत्काल अगले वाराणसी स्टेशन पर रेलवे हास्पिटल के चिकित्सीय टीम ने ट्रेन को अतिरिक्त समय तक रोककर सकुशल डिलेवरी कराया जिससे जच्चा-बच्चा दोनो स्वस्थ रहे।

पूर्वोत्तर रेलवे के वाराणसी मंडल रेल प्रबंधक रामाश्रय पाण्डेय के कुशल निर्देशन मे रेल मदद सेवा के माध्यम से रेल यात्रियों की समस्याओ के त्वरित निस्तारण हेतु लगातार प्रयासरत है। इसी क्रम में दिल्ली से मालदा टाउन जा रही गाड़ी सं-13414 फरक्का एक्सप्रेस के स्लीपर कोच सं S-3 के बर्थ सं-71 पर यात्रा कर रही 38 वर्षीय महिला यात्री लाल बानो को अत्यधिक प्रसव पीड़ा हो रही थी।इस प्रशव पीड़ा से महिला यात्री तड़प रही थी।
ट्रेन के बोगी मे व्यवस्था कर डाक्टरो की टीम ने नेक पहल की मिसाल किया पेश
इस दौरान उन्होंने अपने मोबाइल के माध्यम से 13:12 पर रेल मदद पर अपनी समस्या बताई। सूचना के आधार पर उनकी समस्या का संज्ञान लेते हुए पूर्वोत्तर रेलवे के मंडल चिकित्सालय की टीम फरक्का एक्सप्रेस के वाराणसी जंक्शन पर पहुँचने के पूर्व पहुँच गयी। गाड़ी के प्लेटफार्म सं-5 पर प्लेस होते ही मंडल चिकित्सालय की मेडिकल टीम महिला यात्री के बर्थ पर पहुँच कर महिला का परिक्षण किया मंडल रेल चिकित्सालय में कार्यरत मंडल चिकित्सक डॉक्टर आयुष श्रीवास्तव एवं डाक्टर अमरनाथ ने अपने टीम के साथ केबिन खाली कराकर परदों से कवर करके आवश्यक मेडिकल सुविधाओं के साथ उक्त महिला का सुरक्षित प्रसव कराया।महिला को आवश्यक दवाएँ उपलब्ध कराईं। महिला ने एक बच्चे को जन्म दिया।जच्चा एवं बच्चा दोनों पूर्ण रूप से स्वस्थ हैं।
इस दौरान महिला यात्री ने चिकित्सकीय टीम एवं रेलवे प्रशासन को आकस्मिक सेवा के लिए धन्यवाद दिया गया। तदुपरांत महिला यात्री उसी फरक्का एक्सप्रेस से अपने गन्तव्य के लिए रवाना हो गयी। इस आशय की जानकारी पूर्वोत्तर रेलवे मण्डल रेल प्रबंधक वाराणसी के जनसंपर्क अधिकारी अशोक कुमार दी।