रेणुकूट/सोनभद्र : दिनांक 26 नवंबर 2024 को रेणुकूट मूर्धावा स्थित राधिका इंस्टीट्यूट ऑफ टीचर्स ट्रेनिंग का 12वां स्थापना दिवस और स्काईलाइन इंटरनेशनल स्कूल का 9वां वार्षिक दिवस बड़े उत्साह और धूमधाम के साथ मनाया गया।

यह कार्यक्रम खासतौर पर श्रीमती राधिका सिंह के स्मृति दिवस को समर्पित किया गया था। शहर के प्रतिष्ठित राधिका इंस्टीट्यूट ऑफ टीचर्स ट्रेनिंग ने अपने 12वें स्थापना दिवस के साथ स्काईलाइन इंटरनेशनल स्कूल का 9वां वार्षिक उत्सव बड़े धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ मनाया। यह आयोजन शिक्षण क्षेत्र में किए गए उत्कृष्ट योगदान को सम्मानित करने और छात्रों के सर्वांगीण विकास को दर्शाने का अवसर बना।

राधिका इंस्टीट्यूट पिछले 12 वर्षों से गुणवत्तापूर्ण शिक्षक प्रशिक्षण के लिए जाना जाता है। यहां शिक्षकों को आधुनिक तकनीकों और नैतिक मूल्यों से जोड़ा जाता है। वहीं, स्काईलाइन इंटरनेशनल स्कूल, जो अब अपने 9वें वर्ष में है, बच्चों को पढ़ाई के साथ-साथ खेल और कला में भी उत्कृष्ट बनाने के लिए प्रसिद्ध है। मुख्य अतिथि श्री यशवन्त सिंह ने कहा, “शिक्षा केवल पाठ्यपुस्तकों तक सीमित नहीं होनी चाहिए। यह छात्रों को अपने जीवन के हर क्षेत्र में सफल बनाने की कुंजी है।”
वहीं, डॉ. प्रज्ञा तिवारी ने श्री यशवन्त सिंह की प्रशंसा करते हुए कहा, “उनकी दूरदृष्टि और समर्पण ने इस संस्थान को एक नई ऊंचाई पर पहुंचाया है।”

कार्यक्रम का आयोजन राधिका इंस्टीट्यूट ऑफ टीचर्स ट्रेनिंग के परिसर में किया गया, जिसमें संस्थान और स्कूल के छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों ने बड़ी संख्या में भाग लिया। इस अवसर पर संस्थान की निदेशक श्रीमती आरती सिंह और मुख्य ट्रस्टी डॉ. प्रज्ञा तिवारी ने मुख्य अतिथि के रूप में समारोह की शोभा बढ़ाई।

इस कार्यक्रम में बच्चों ने न केवल अपनी कला और रचनात्मकता से सबका दिल जीता, बल्कि उनकी प्रस्तुतियों ने यह भी दिखाया कि कैसे शिक्षा के साथ-साथ व्यक्तित्व विकास पर ध्यान दिया जा रहा है। यह आयोजन शिक्षा और संस्कृति का एक बेहतरीन मेल था, जिसने उपस्थित सभी दर्शकों को प्रेरित किया।

आयोजकों ने इसे हर साल और भी बड़े पैमाने पर मनाने की इच्छा व्यक्त की। राधिका इंस्टीट्यूट और स्काईलाइन स्कूल का यह संयुक्त उत्सव एक संदेश देता है कि शिक्षा और प्रेरणा का यह सिलसिला निरंतर जारी रहेगा। यह आयोजन शिक्षकों और छात्रों के लिए प्रेरणास्त्रोत साबित हुआ। राधिका इंस्टीट्यूट और स्काईलाइन इंटरनेशनल स्कूल ने अपनी अनूठी शिक्षा प्रणाली के जरिए यह सिद्ध किया है कि ज्ञान और नैतिकता के बीच संतुलन से बेहतर समाज का निर्माण हो सकता है।

मुख्य अतिथि श्रीमती आरती सिंह ने कहा, “एक शिक्षक समाज का भविष्य तैयार करता है, और हमारी कोशिश है कि हर शिक्षक आधुनिक और नैतिक मूल्यों के साथ बच्चों को बेहतर जीवन दे।” बच्चों द्वारा प्रस्तुत नृत्य, संगीत, और नाटकों ने कार्यक्रम को जीवंत बना दिया। शिक्षकों और छात्रों ने भी अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। दर्शकों ने हर प्रस्तुति की जमकर सराहना की।

राधिका इंस्टीट्यूट पिछले 12 वर्षों से गुणवत्तापूर्ण शिक्षक प्रशिक्षण के लिए जाना जाता है। यहां शिक्षकों को आधुनिक तकनीकों और नैतिक मूल्यों से जोड़ा जाता है। वहीं, स्काईलाइन इंटरनेशनल स्कूल, जो अब अपने 9वें वर्ष में है, बच्चों को पढ़ाई के साथ-साथ खेल और कला में भी उत्कृष्ट बनाने के लिए प्रसिद्ध है।

कार्यक्रम में शिक्षकों और छात्रों को उनकी उत्कृष्ट उपलब्धियों के लिए सम्मानित किया गया। साथ ही, छात्रों ने रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियां देकर माहौल को और भी यादगार बना दिया।

डॉ. प्रज्ञा तिवारी ने अपने संबोधन में शिक्षा के क्षेत्र में संस्थान और स्कूल के योगदान को सराहा। उन्होंने कहा, “राधिका इंस्टीट्यूट और स्काईलाइन इंटरनेशनल स्कूल ने न केवल शिक्षकों को सशक्त बनाया है, बल्कि छात्रों के जीवन को भी नई दिशा दी है।”

श्रीमती राधिका सिंह को दी गई श्रद्धांजलि
कार्यक्रम के दौरान, श्रीमती राधिका सिंह की प्रेरणादायक जीवन गाथा को याद किया गया। संस्थान के प्रबंधन ने बताया कि उनकी मेहनत और दूरदर्शी सोच ने इस संस्थान और स्कूल की नींव रखी। श्रीमती राधिका सिंह को याद करते हुए सभी ने उनके योगदान को सराहा। उनके जीवन और उनके द्वारा किए गए कार्यों की कहानियों ने उपस्थित जनों को प्रेरित किया।

समारोह के अंत में, निदेशक श्रीमती आरती सिंह ने संस्थान की आगामी योजनाओं पर चर्चा की और कहा कि उनकी कोशिश है कि शिक्षा के क्षेत्र में और नई पहलें शुरू की जाएं।

कार्यक्रम का समापन सभी अतिथियों और प्रतिभागियों को धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ। यह आयोजन न केवल शिक्षा के क्षेत्र में योगदान देने वालों को सम्मानित करने का अवसर बना, बल्कि आने वाली पीढ़ी को भी प्रेरणा देने वाला रहा।