रेणुकूट (सोनभद्र) – सोनभद्र जिले के रेणुकूट क्षेत्र में लगातार हो रही जाम की समस्या ने आम जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है। इस संबंध में चाँद प्रकाश जैन, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य, भारतीय जनता पार्टी ने माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर इस गंभीर समस्या का समाधान करने की अपील की है। पत्र में उन्होंने वाराणसी-शक्तिनगर मार्ग को फोर लेन करने और रेणुकूट के मुख्य बाजार से बाईपास मार्ग बनाने की मांग की है, ताकि इस समस्या से मुक्ति मिल सके।

औद्योगिक क्षेत्र में हो रही जाम की समस्या
रेणुकूट और उसके आसपास का इलाका ऊर्जा राजधानी के रूप में जाना जाता है, जहां एनटीपीसी, कोल इंडिया, उत्तर प्रदेश पावर प्लांट, हिडालको, ग्रासिम और हाईटेक कार्बन जैसे बड़े औद्योगिक संस्थान स्थित हैं। इन संस्थानों के संचालन के लिए भारी मात्रा में कोयला, एल्युमिनियम, राख और अन्य सामग्रियों का परिवहन वाराणसी-शक्तिनगर मार्ग से होता है। यह मार्ग क्षेत्र की “लाइफलाइन” माना जाता है, लेकिन इसकी संकरी स्थिति और वाहनों की भारी भीड़ के कारण अक्सर जाम लग जाता है।
जनता को हो रही असुविधा
चाँद प्रकाश जैन ने अपने पत्र में बताया कि जब इस मार्ग पर कोई वाहन खराब हो जाता है, तो कई दिनों तक यातायात ठप हो जाता है। इससे स्थानीय निवासियों, मरीजों, स्कूल जाने वाले बच्चों और मजदूरों को गंभीर दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। कई बार विद्यालयों को बंद करना पड़ता है और मजदूरों को अपने काम पर नहीं पहुंचने के कारण घर लौटना पड़ता है।
बाईपास और फोर लेन निर्माण की मांग
चाँद प्रकाश जैन ने प्रधानमंत्री से आग्रह किया है कि रेणुकूट बाजार के बाहर एक बाईपास बनाया जाए, जिससे अनपरा, शक्तिनगर और अन्य राज्यों जैसे छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश की ओर जाने वाले यात्री बिना किसी बाधा के आगे बढ़ सकें। इसके साथ ही उन्होंने वाराणसी-शक्तिनगर मार्ग को फोर लेन बनाने की भी मांग की है, ताकि भविष्य में ऐसी समस्याओं से बचा जा सके। यदि बाईपास निर्माण का प्रस्ताव पहले से है, तो इसे शीघ्रता से क्रियान्वित करने की अपील की गई है।
प्रतिलिपि महत्वपूर्ण विभागों को
इस पत्र की प्रतिलिपि केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री तथा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को भी सूचनार्थ भेजी गई है, ताकि इस समस्या का त्वरित समाधान सुनिश्चित किया जा सके। रेणुकूट के लोग अब इस जाम की समस्या से जल्द मुक्ति की उम्मीद कर रहे हैं।