प्रयागराज, 11 अगस्त 2024: प्रयागराज की पवित्र भूमि पर प्रदेश अध्यक्ष, संयुक्त अधिवक्ता महासंघ उत्तर प्रदेश, और सोन साहित्य संगम के संयोजक राकेश शरण मिश्र द्वारा लिखित प्रथम काव्य संग्रह ‘खामोश कैसे रहूं’ का भव्य विमोचन किया गया। यह साहित्यिक कार्यक्रम सकुशल संपन्न हुआ जिसमें विभिन्न प्रतिष्ठित अतिथियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई और इस महत्वपूर्ण साहित्यिक पहल की सराहना की।

कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ साहित्यकार और सोन साहित्य संगम के निदेशक, श्री मिथिलेश प्रसाद दिवेदी ने की। उन्होंने मिश्र के काव्य संग्रह को समकालीन समाज की आवाज बताया और साहित्यिक योगदान के लिए उन्हें बधाई दी।

मुख्य अतिथि के रूप में श्री जय नारायण पांडेय, सदस्य बार कौंसिल ऑफ उत्तर प्रदेश, ने अपनी गरिमामयी उपस्थिति से कार्यक्रम को गौरवान्वित किया। उन्होंने मिश्र की रचनाओं में समाज के विविध पहलुओं की गहनता को रेखांकित किया और उनकी लेखनी की प्रशंसा की।

राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त मुख्य वक्ता श्री ओम प्रकाश त्रिपाठी ने ‘खामोश कैसे रहूं’ संग्रह के माध्यम से प्रस्तुत भावनाओं और विचारों की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह काव्य संग्रह पाठकों को गहन विचार मंथन की दिशा में प्रेरित करता है।

कार्यक्रम का संचालन डा रचना तिवारी, निदेशक गीत कस्तूरी, ने बड़े ही सजीव और भावपूर्ण ढंग से किया। उन्होंने मिश्र की रचनाओं को समर्पित और सार्थक बताया।

इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि डा गोकुलेश्वेर द्विवेदी, श्री बी के त्रिपाठी, और श्री मती शशि त्रिपाठी भी उपस्थित रहे जिन्होंने काव्य संग्रह की विशेषताओं पर अपने विचार व्यक्त किए।

कार्यक्रम के संयोजन और प्रकाशन का कार्य श्री अमित आनंद, निदेशक हिंदी श्री पब्लिकेशन, द्वारा किया गया। उन्होंने इस काव्य संग्रह को साहित्य जगत में एक महत्वपूर्ण स्थान दिलाने के लिए राकेश शरण मिश्र को शुभकामनाएं दीं।

कार्यक्रम के अंत में राकेश शरण मिश्र ने सभी आए हुए अतिथियों, मित्रों, पत्रकार साथियों, और अधिवक्ता मित्रों का धन्यवाद ज्ञापन किया। उन्होंने कहा कि इस विमोचन समारोह का सफल आयोजन उनके साहित्यिक यात्रा का एक महत्वपूर्ण अध्याय है और इसके लिए वे सभी के प्रति हृदय से आभार व्यक्त करते हैं।