राजकीय शिक्षक संघ उत्तर प्रदेश मूल संघ के प्रान्तीय कार्यकारी महामन्त्री अशोक कुमार अवाक ने बताया है कि शैक्षिक सत्र: 2024-25 की घोषित स्थानान्तरण नीति के अन्तर्गत इस बार बहुत से शिक्षक और शिक्षिकाओं का विभाग द्वारा ऑनलाइन और ऑफलाइन स्थानान्तरण किया गया, किन्तु खेद का विषय कि जो शिक्षक और शिक्षिकाऍं आकांक्षी जनपदों एवं विकास-खण्डों में सेवारत हैं एवं उनका स्थानान्तरण गैर-आकांक्षी जनपदों तथा विकास-खण्डों में किया गया है उन्हें प्रतिस्थानी के अभाव में अभी तक कार्यमुक्त नहीं किया जा रहा है।
ऐसी स्थिति में यह प्रश्न उठता है कि यदि शिक्षकों को कार्यमुक्त नहीं किया जाना था तो इनका स्थानान्तरण क्यों किया गया ? प्रान्तीय कार्यकारी महामन्त्री का कहना है कि प्रतिस्थानी की व्यवस्था विभाग द्वारा की जानी चाहिए। यह विभाग का दायित्व है इसप्रकार का स्थानान्तरण करने एवं इस प्रकार का शासनादेश निर्गत करने से पहले प्रदेश स्तर पर प्रतिस्थानी शिक्षकों की सूची जारी की जानी चाहिए थी। स्थानान्तरण आदेश होने के बावजूद भी कार्यमुक्त नहीं हो पाने से सम्बन्धित शिक्षक और शिक्षिकाओं में अत्यन्त निराशा, दु:ख एवं आक्रोश व्याप्त है।
इस सम्बन्ध में संगठन द्वारा महानिदेशक स्कूल शिक्षा श्रीमती कंचन वर्मा जी को पत्र लिखकर ऐसे शिक्षकों और शिक्षिकाओं के लिए प्रतिस्थानी की व्यवस्था करने अथवा उन्हें प्रतिस्थानी के बिना ही कार्य मुक्त करने हेतु समुचित कार्रवाई करने का अनुरोध किया गया है। अशोक कुमार अवाक ने आशा व्यक्त किया कि महानिदेशक संघ की इस माॅंग पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करेंगी।